भारत सरकार के इस कानून के लागू होने से कई स्वर्ण व्यवसायियों ने की थी आत्महत्या

संवाददाता, पुरुलिया। झालदा शहर के व्यवसायियों ने अपने सीने पर काली पट्टी बांधकर झालदा स्वर्ण उद्योग व्यवसायी संघ की ओर से गुरुवार को काला दिवस मनाया।
इस संबंध में स्वर्ण व्यवसायी चीकू चंद्रा, अमरेश साव एवं संदीप चंद्रा ने बताया कि 9 जनवरी 1962 को भारत सरकार ने स्वर्ण अधिनियम लागू किया था, जो स्वर्ण व्यवसायियों के विरुद्ध था व स्वर्ण व्यवसाय बंद हो गया। उस समय व्यवसाय नहीं चला पाने के कारण कुछ व्यवसाईयों ने आत्महत्या कर ली थी।
इसलिए हर साल हम उन्हें याद करने और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करने के लिए काला दिवस मनाते आ रहे हैं। इस दिन झालदा स्वर्ण शिल्प समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे।