
-सारथी
रिश्तों का महत्व
रिश्ते-नाते हमारे जीवन के महत्वपूर्ण हिस्से हैं। रिश्ते अर्थात् हमारा परिवार, हमारे मित्र जिनका सामाजिक सरोकार भी हुआ करता है। एक सुखी और समृद्ध जीवन जीने के लिए, हमें अच्छे रिश्तों की आवश्यकता होती है। ये हमारे जीवन को स्थिर और खुशहाल बनाने में मदद करते हैं।
सुखी रिश्तों के लिए कुछ सुझाव
1. संवाद: रिश्तों में संवाद बहुत महत्वपूर्ण होता है। अर्थात् आपस में हर सुख और दुख में हर कठिनाई में एक दूसरे का हालचाल रखना और पूछताछ करना बहुत ही जरूरी होता है। सभी सदस्यों के बीच सही संवाद होना जरूरी है। बातचीत करके आप एक-दूसरे की भावनाओं को समझ सकते हैं और समस्याओं का समाधान कर सकते हैं। लड़ाई वाली स्थिति हो तो लड़ लेना चाहिए मगर कोई भी कटु बात कहने से पहले यह बार बार सोच और समझ लेना चाहिए कि वह एक रिश्ता है जो अनमोल है और जिसे टूटना नहीं चाहिए। वैसे भी कोई लड़ाई के दौरान ही अपने मन की बात कर पाता है। लड़ाई का प्रतिउत्तर हमेशा लड़ाई ही नहीं होता है। कम से कम अगले की बात सुनकर थोड़ा मौन रहने की भी जरूरत होती है। जब मामला ठंडा पड़ जाय तो वही रिश्ता आपके सामने आकर सॉरी बोल सकता है या फिर आप उससे उसके बूरे व्यवहार के बारे में बाद में उसे बता सकते हैं और उसे उसकी गलती का अहसास करा सकते हैं। इससे रिश्तों में और भी मजबूती आती है।
2. समर्थन: रिश्ते जब रहते हैं तो कोई भी कार्य शुरुआत करने के पहले, कुछ भी करने से पहले अपने विश्वसनीय रिश्तों के साथ जरूर चर्चा कर लेनी चाहिए। अगर कोई नेक या सही काम कर रहा हो तो उसे हतोत्साहित करने के बजाय उसके प्रोत्साहन देना चाहिए। आप समर्थन देंगे तो आपको भी आपके सही कार्यों के लिये आपके परिवार या किसी भी रिश्ते से समर्थन जरूर मिलेगा। रिश्तों में समर्थन का महत्व अनमोल होता है। आप अपने परिवार और साथी का समर्थन करें और उन्हें आपका समर्थन भी मिले। यह आपके रिश्ते को मजबूत और सुखी बनाए रखेगा।
3. समय बिताना: पहले कहा जाता था, कि कन्यादान, गौदान, अन्न दान, अर्थ दान, ज्ञान दान ये सारे के सारे बहुत ही महत्वपूर्ण दान होते हैं। उसके कुछ दिन बाद मेडिकल साइंस के आ जाने से रक्तदान से लेकर किडनी, लीवर, प्लाज्मा, पैंक्रियाज, आंखें दिल आदि दान से लेकर देह दान का भी अति महत्वपूर्ण स्थान हो गया। लेकिन रिश्तों में एक चीज जो सबसे जरूरी है वह है समय दान। अगर आप किसी रिश्ते को बनाए रखना चाहते हैं तो उस रिश्ते के लिये आपको अपना समयदान जरूर करना चाहिए। खासकर उनलोगों के लिये तो समय दान जरूर करें जिन्होंने आपके पीछे अपना जीवन गुजार दिया है। मसलन आपके मां-बाप। घर के बुजुर्ग, जिनसे बात करने के लिये अक्सर घर के लोगों के पास समय है ऐसा नहीं दिखता। क्योंकि उनसे बात करने में उन्हें अपना समय बरबाद करने जैसा लगता है। मगर नहीं दोस्तों ऐसा नहीं है। अगर आप किसी अकेले के लिये अपना समय दान कर रहे हैं उसके साथ कुछ वक्त बिता रहे हैं इधर-उधर की बात ही करके सही तो ईश्वर आपको कभी भी अकेला नहीं रहने देगा। याद रखिये हर इंसान की जिंदगी में ऐसा वक्त जरूर आता जब आगे पीछे कोई दिखाई नहीं देता है। अगर आप किसी को समय दान किये रहेंगे तो जरूर भगवान आपके पीछे कोई न कोई शुभचिंतक जरूर भेज देंगे। अन्यथा कभी ऐसा समय भी आ सकता है आप रास्ते में कहीं रो रहे हैं और आते-जाते लोगों के पास समय नहीं है एक मिनट ठहरकर ही आपसे पूछे कि भाई क्यों रो रहे हो चुप हो जाओ। अच्छे रिश्तों को बनाए रखने के लिए समय बिताना आवश्यक है। अपने परिवार और साथी के साथ समय बिताने से आप उन्हें महसूस कराएंगे कि आप उन्हें महत्व देते हैं और उनके साथ बंधन को मजबूत करना चाहते हैं। साथ ही इससे आपका भी महत्व जरूर ही बढ़ जाएगा।
सुखी रिश्तों के लाभ
1. खुशहाली: सुखी रिश्ते हमें खुशहाल और संतुष्ट बनाते हैं। जब हमारे पास समर्थन और प्यार होता है, तो हम अपने जीवन को आनंदमय बना सकते हैं। और कुछ भी कर गुजरने का बल हमें प्राप्त होता है। अक्सर जब हमारे रिश्ते सही रहते हैं तो हमें बाहर की लड़ाई लड़ने में बहुत ही आसानी होती है। लेकिन जब हमारे घर व परिवार में लड़ाई व तनाव का माहौल बन जाता है तो बाहर हम छोटी सी लड़ाई में भी हार का सामना करते हैं।
2. सहयोग: जी हां अभी मैंने इस बारे में आपसे बात की। अच्छे रिश्तों में हमें सहयोग मिलता है। जब हमारे पास सहयोग होता है, तो हम अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ सकते हैं और सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
3. सुरक्षा: अच्छे रिश्तों में हमें सुरक्षा की भावना मिलती है। हम अपने परिवार और साथी के साथ सुरक्षित महसूस करते हैं और किसी भी मुसीबत में उनका साथ देने का आश्वासन होता है। बाहर कहीं से अगर हमारा मुड ऑफ भी रहता है तो हम अपने परिवार के बीच आकर शांति महसूस करते हैं। फिर हम किसी निर्णय पर पहुंचने के बारे में सोचते हैं कि चलो जो समस्या बाहर या ऑफिस में पनपी है उन सबसे किस तरह से निपटा जाय। है कि नहीं। यही हमारी सबसे बड़ी सुरक्षा होती है। ये सब तभी हो सकता है जब हमारा पारिवारिक माहौल बेहतरीन हो।
दो साथियों सुखी रिश्तों को बनाए रखने के लिए, हमें संवाद, समर्थन और समय दान की आवश्यकता होती है। ये रिश्ते हमारे जीवन को सुखी और समृद्ध बनाने में मदद करते हैं और हमें खुशहाल बनाते हैं। आपको कैसा लगा। अगर आप अपनी जिंदगी में किसी समस्या से नहीं उबर पा रहे हैं तो अवश्य ही आप हमसे सम्पर्क कर सकते हैं। आपको हमारा यह लेख कैसा लगा इस पर अगर आप दो लाइन कहेंगे तो हमें अच्छा लगेगा। धन्यवाद।