
संवाददाता, पुरुलिया: सरकार द्वारा किये गये विभिन्न वादों के बावजूद, हकीकत में आदिवासी लोगों की प्रगति नहीं हो रही है। पश्चिम बंगाल आदिवासी कल्याण संघ की पुरुलिया जिला शाखा के सदस्यों ने यह मांग करते हुए जंगलमहल महोत्सव का बहिष्कार करने का आह्वान किया है। मंगलवार शाम पुरुलिया जर्नलिस्ट क्लब में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में संगठन के सदस्यों ने कहा कि आदिवासियों के लिए बने छात्रावास बंद कर दिए गए हैं। गांवों में विकास ठप्प है। इस बीच त्यौहारों के नाम पर खूब पैसा खर्च किया जा रहा है। उनकी मांग है कि यह धन सीधे तौर पर आदिवासी लोगों के विकास पर खर्च किया जाए। संगठन की ओर से प्रशांत मांडी और राजेश्वर टुडू ने कहा कि अनुसूचित जनजाति प्रमाण पत्र जारी करने में भी कई फर्जी लोगों को मौका दिया जा रहा है। कई ऐसे लोग भी यह प्रमाण पत्र प्राप्त कर रहे हैं जो वास्तव में मूल निवासी नहीं हैं। अगर यह सब नहीं रुका तो वे एक बड़े आंदोलन की बात कर रहे हैं।